मंगल दोष, जिसे मांगलिक दोष भी कहा जाता है, ज्योतिष शास्त्र में एक महत्वपूर्ण अवधारणा है। यह तब होता है जब किसी व्यक्ति की कुंडली में मंगल (Mars) पहले, चौथे, सातवें, आठवें या बारहवें भाव में स्थित होता है। मंगल दोष के प्रभाव और इससे जुड़ी समस्याएं निम्नलिखित हो सकती हैं:
वैवाहिक जीवन में समस्याएं:
मंगल दोष को वैवाहिक जीवन में अशांति, तनाव, या असहमति का कारण माना जाता है।यह माना जाता है कि मांगलिक व्यक्ति का विवाह गैर-मांगलिक से होने पर वैवाहिक जीवन में बाधाएं आ सकती हैं, जैसे कि तलाक या वैवाहिक असंतुष्टि।कुछ मामलों में, इसे जीवनसाथी के स्वास्थ्य या जीवन पर प्रभाव डालने वाला भी माना जाता है।
स्वास्थ्य समस्याएं:
मंगल दोष के कारण व्यक्ति को गुस्सा, चिड़चिड़ापन, या मानसिक तनाव की समस्या हो सकती है।शारीरिक रूप से, यह रक्त, हड्डियों, या मांसपेशियों से संबंधित समस्याएं पैदा कर सकता है।
कैरियर और आर्थिक समस्याएं:
मंगल दोष के कारण कार्यक्षेत्र में बाधाएं, सहकर्मियों के साथ विवाद, या अस्थिरता की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।आर्थिक नुकसान या अप्रत्याशित खर्चे भी हो सकते हैं।
सामाजिक और पारिवारिक तनाव:
मंगल दोष वाले व्यक्ति को परिवार या समाज में असामंजस्य का सामना करना पड़ सकता है।उनके स्वभाव में आक्रामकता या आवेगशीलता के कारण रिश्तों में तनाव हो सकता है।