Tapasvi
grahan dosh shanti pujan (Chandra+rahu)
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Description
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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चंद्र ग्रहण दोष तब माना जाता है, जब किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में चंद्रमा राहु या केतु के साथ युति में हो या ग्रहण योग बनाता हो। यह स्थिति व्यक्ति के जीवन में विभिन्न समस्याएं उत्पन्न कर सकती है। चंद्र ग्रहण दोष के प्रभाव और समस्याएं निम्नलिखित हो सकती हैं:
मानसिक अशांति:
चंद्रमा मन और भावनाओं का कारक है। इस दोष के कारण व्यक्ति को मानसिक तनाव, चिंता, अवसाद, या भावनात्मक अस्थिरता का सामना करना पड़ सकता है।
निर्णय लेने में कठिनाई या भयभीत होना:
चंद्र ग्रहण दोष के प्रभाव से व्यक्ति का मन अस्थिर हो सकता है, जिसके कारण सही निर्णय लेने में परेशानी हो सकती है। ऐसा जातक अज्ञात भय से सदा भयभीत रहता है ।
Policy
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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चंद्र ग्रहण दोष तब माना जाता है, जब किसी व्यक्ति की जन्म कुंडली में चंद्रमा राहु या केतु के साथ युति में हो या ग्रहण योग बनाता हो। यह स्थिति व्यक्ति के जीवन में विभिन्न समस्याएं उत्पन्न कर सकती है। चंद्र ग्रहण दोष के प्रभाव और समस्याएं निम्नलिखित हो सकती हैं:
मानसिक अशांति:
चंद्रमा मन और भावनाओं का कारक है। इस दोष के कारण व्यक्ति को मानसिक तनाव, चिंता, अवसाद, या भावनात्मक अस्थिरता का सामना करना पड़ सकता है।
निर्णय लेने में कठिनाई या भयभीत होना:
चंद्र ग्रहण दोष के प्रभाव से व्यक्ति का मन अस्थिर हो सकता है, जिसके कारण सही निर्णय लेने में परेशानी हो सकती है। ऐसा जातक अज्ञात भय से सदा भयभीत रहता है ।
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